Blogging क्या होती है ?
ब्लॉग्गिंग एक डिजिटल लेखन की क्रिया को कहते है जिसमे लोग अपनी विचारधारा ,जानकारी और
अनुभव को एक सक्रिय लेख के जरिये दिखाते है | ब्लॉग को वेबसाइट प्लेटफार्म पर दिखाया जाता है ,ब्लॉग्गिंग को सीखकर और उसे करके आज कही सारे लोग अपनी ब्लॉग्गिंग वेबसाइट को चलाकर महीने के हज़ारो , लाखो रुपये तक कमाते है , हम आज इस पोस्ट में आपको इस पूरी पोस्ट में detail से ब्लॉग्गिंग के बारे में बतायेंगे आइये आगे इसे पड़ते है |
ब्लॉग्गिंग शुरू कैसे करे ?
विचार और योजनाए :
ब्लॉग्गिंग को शुरू करने से पहले आपको ये विचार करना होगा की आप किस चीज़ में अच्छे है , उदाहरण के लिए अगर आपको मोबाइल के बारे में अच्छी जानकारी हो तो आप उसके बारे में डिटेल्स लिख सकते है , आपको टेक कैटेगरी का अच्छा ज्ञान है तो आप उसके बारे में अलग – अलग पोस्ट तैयार कर सकते है बस आपको उस चीज़ का अच्छे से ज्ञान होना आवशयक है यदि आपको किसी चीज़ का ज्ञान नहीं है तो आप यूट्यूब का इस्तमाल करके या गूगल सर्चेस की मदद से ज्ञान प्राप्त कर सकते है | सिर्फ आपको एक अच्छा विचार और एक अच्छी योजना बनानी होगी आप सोचें कि आपके ब्लॉग को कौन पढ़ेगा। यह आपको लेखन की दिशा तय करने में मदद करेगा।
ब्लॉगिंग के प्रकार और निचे (Niche) का चयन:
- निचे का चयन: ब्लॉग्गिंग में सफलता पाने के लिए एक खास निचे (विषय) का चयन करना आवश्यक होता है। यह आपके ब्लॉग की पहचान बनाता है और आपके लक्षित दर्शकों को स्पष्ट करता है।
- ब्लॉग के प्रकार: उदाहरण के लिए, टेक ब्लॉग, फूड ब्लॉग, ट्रैवल ब्लॉग, पर्सनल डेवलपमेंट ब्लॉग, आदि। अपने निचे को ध्यान में रखकर ब्लॉग का प्रकार चुनें।
सही ब्लॉग प्लेटफार्म का चुनाव |
- हम जिस भी कैटेगरी पर अपना ब्लॉग पोस्ट लिखा रहे है उसके लिए एक विशेष प्लेटफार्म की आवश्य्कता होती है |
- जैसे :
- वर्डप्रेस: यह सबसे लोकप्रिय ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है, जो मुफ्त और प्रीमियम दोनों ऑप्शन प्रदान करता है। यह थीम और प्लग-इन सपोर्ट के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ आप अपना कंटेंट लिख सकते है|
- ब्लॉगर: गूगल का प्लेटफॉर्म, जो उपयोग में आसान है और मुफ्त में उपलब्ध है , यहाँ आप अपना कंटेंट लिखा सकते है |
- मीडियम: एक सरल और साफ-सुथरा प्लेटफॉर्म, जिसमें कोई सेटअप नहीं होता, लेकिन इसके साथ कुछ लिमिटेशंस भी होती हैं।
डोमेन और होस्टिंग क्या होती है ?
- डोमेन और होस्टिंग ये एक नाम और एक प्लेटफार्म होते है |
जैसे : डोमेन ये एक स्पेशल नाम होता है(जैसे www.yourblog.com) जिसे खरीदने के बाद कोई दूसरा उस नाम को नहीं ले सकता है |
- होस्टिंग ये एक प्लेटफार्म होता है जहा हम अपने लिखे हुए कंटेंट को स्टोर करते है यानी जो हमने कंटेंट तैयार किया है उसे होस्टिंग प्लेटफार्म पर रखा जाता है |आप कई होस्टिंग सर्विसेज में से चुन सकते हैं जैसे Bluehost, Site Ground, आदि।
ब्लॉग का डिजाइन और सेटअप |
ब्लॉग पोस्ट का डिज़ाइन और सेटअप एक महत्वपूर्ण चीज़ है जैसे घर को डिज़ाइन करने के लिए कलर का उपयोग होता है वैसे ब्लॉग पोस्ट को डिज़ाइन करने के लिए थीम का उपयोग होता है इसके जरिये हम अपनी ब्लॉग पोस्ट को डिज़ाइन कर रहे होते है और बात रही ब्लॉग पोस्ट के सेटअप की तो जैसे घर में ओपन और क्लोज करने के लिए दरवाजो का उपयोग होता है वैसे ही ब्लॉग पोस्ट को अच्छे से सेटअप के लिए प्लगिन्स की आवश्य्कता होती है |
थीम का चयन : अपनी ब्लॉग की नज़र को आकर्षक और पेशेवर बनाने के लिए एक अच्छा थीम चुनें।
लेआउट सेटअप: ब्लॉग के लेआउट को सहज और यूजर-फ्रेंडली बनाएं। यह सुनिश्चित करता है कि पाठक आसानी से नेविगेट कर सकें।
गुणवत्ता की सामग्री लिखें |
- सभी जानकारी प्रदान करें: लेख को जानकारीपूर्ण और पढ़ने में आसान बनाएं।
- SEO के लिए ऑप्टिमाइज़ करें:
- कीवर्ड रिसर्च: उन शब्दों और वाक्यांशों की पहचान करें जो आपके लक्षित दर्शक खोज सकते हैं।
- ऑन-पेज SEO: टाइटल टैग्स, मेटा डिस्क्रिप्शन, और हेडिंग्स में कीवर्ड शामिल करें।
- सामग्री की पठनीयता: छोटे पैराग्राफ, बुलेट पॉइंट्स, और हेडिंग्स का उपयोग करें ताकि पाठक आसानी से पढ़ सकें और उन्हें अच्छे से समझ पाए |
ब्लॉग को प्रमोट करें |
- सोशल मीडिया: अपने ब्लॉग को फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि पर साझा करें।
- ईमेल न्यूज़लेटर: पाठकों को नए पोस्ट्स के बारे में सूचित करने के लिए ईमेल न्यूज़लेटर भेजें।
- नेटवर्किंग: अन्य ब्लॉगर्स और वेबसाइट्स के साथ संबंध बनाएँ और गेस्ट पोस्ट्स लिखें।
SEO-फ्रेंडली और ह्यूमन-फ्रेंडली कंटेंट कैसे लिखें |
- SEO-फ्रेंडली कंटेंट: कीवर्ड रिसर्च: सबसे पहले, उन कीवर्ड्स की पहचान करें जिन्हें लोग खोजते हैं। इसके लिए आप गूगल कीवर्ड प्लानर या अन्य कीवर्ड रिसर्च टूल्स का उपयोग कर सकते हैं।
- ऑन-पेज SEO: कीवर्ड्स का उपयोग: कीवर्ड्स को टाइटल, हेडिंग्स, और पहले 100 शब्दों में शामिल करें।
- मेटा डिस्क्रिप्शन: एक संक्षिप्त और आकर्षक मेटा डिस्क्रिप्शन लिखें जो सर्च इंजन रिजल्ट्स में दिखाई देगा।
- ऑल्ट टेक्स्ट: इमेजेज में ऑल्ट टेक्स्ट का उपयोग करें ताकि सर्च इंजन समझ सके कि इमेज किस बारे में है।
- आंतरिक और बाहरी लिंक: अपने ब्लॉग में आंतरिक लिंक (अन्य पोस्ट्स की ओर) और बाहरी लिंक (विश्वसनीय साइट्स की ओर) शामिल करें।
ह्यूमन-फ्रेंडली कंटेंट |
ह्यूमन-फ्रेंडली कंटेंट लिखे ताकि आपके वीवर्स को पड़ने में आसानी हो और वो आपके लिखे गए पोस्ट को आसानी से समझ सके आपके पोस्ट को पड़ते वक्त पाठक को ऐसा लगना चाहिए की वे एक वास्तविक व्यक्ति से बात कर रहे है , आसान भाषा का प्रयोग करें और जटिल शब्दों या वाक्यों से बचें।
ऑडियंस इंगगमेंट को बनाये रखे |
जब भी कोई व्यक्ति आपकी पोस्ट को पड़ता है तो उसे अपनी वेबसाइट पर एक कम्मेंट बॉक्स जरूर दिखाई देना चाहिए ताकि कोई पाठक अगर आपकी पोस्ट को पड़ता है , तो उसे अगर किसी पोस्ट से जुड़े प्रशन या आपको धन्यावाद देना होगा या किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या को बताना हो तो वो उसके बारे में बता सके इससे आपकी पोस्ट में और भी ज्यादा सुधार देखने का आईडिया आपको मिलेगा आप अपने ऑडिएंस की कमेंट और फीडबैक पर विशेष ध्यान दे पाएंगे जिससे आपका कंटेंट और एंगेजिंग बनेगा और सर्चेस में भी जायेगा |
एनालिटिक्स टूल गूगल एनालिटिक्स टूल या अन्य किसी एनालिटिक्स टूल का उपयोग करके आप अपनी वेबसाइट की निगरानी कर सकते ही जैसे वेबब्राउज़ , और वेबसाइट ट्रैफिक भी देख सकते है |
SEO रिपोर्टिंग: SEO टूल्स का उपयोग करके यह सुनिश्चित करें कि आपकी पोस्ट अच्छी तरह से रैंक हो रही है और आवश्यक समायोजन करें।
ब्लॉग पोस्ट का अपडेट और रखरखाव |
समय-समय पर अपडेट: पुराने ब्लॉग पोस्ट को अपडेट करें ताकि वे प्रासंगिक और सही जानकारी प्रदान करें। नई जानकारी और ट्रेंड्स के साथ पोस्ट को ताज़ा करें।
ब्रेक लिंक और त्रुटियों की जांच: समय-समय पर अपने ब्लॉग को ब्रेक लिंक और तकनीकी समस्याओं के लिए जांचें और उन्हें ठीक करें।
फाइनल पोस्टिंग : जब आपकी वेबसाइट पूरी तरीके से तैयार हो जाती है तो आप अपनी वेबसाइट को एक बार अच्छे से जांच लेवे ताकि पब्लिश के बाद किसी समस्या का सामना न करना पड़े वेबसाइट पब्लिशिंग के बाद ट्राफीक लेन के लिए सोशल मीडिया का उपयोग जरूर करे इससे आपकी वेबसाइट रैंक करेगी और आप अपनी वेबसाइट को अधिक लोगो तक पंहुचा पाएंगे और जल्द ही अपने ब्लॉग वेब को मॉनिटीज़ कर अद्सेंसे के जरिये अच्छी इनकम कर पाएंगे जितना ज्यादा आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक जायेगा उतना ही बड़ा अमाउंट आप कमा पाएंगे |